भर्ता बाटी जिले में बहुत आम भोजन है और लोगों को घर पर खाना बनाना पसंद है या बाजार में भी आसानी से उपलब्ध है।
बैंगन भर्ता के नाम से जाना जाने वाला बैंगन (आमतौर पर हरी बैंगन), प्याज, टमाटर, हरी मिर्च से बना होता है। सभी सब्जियां जिन्हें आमतौर पर भून कर पकाया जाता है और फिर मसालों के साथ मिलाया जाता है और धनिया पत्ती से गार्निश किया जाता है।
इस व्यंजन में दाल भी भरत का एक साथी है, जिसे राहर दाल (आमतौर पर तुवर दाल के नाम से जाना जाता है) द्वारा बनाया जाता है।
बाटी एक रोटी है जो गेहूं के आटे से बनी होती है जिसे आम तौर पर आटे के साथ कम मात्र में बेसन का भी उपयोग किया जाता है है। आटे, बेसन को थोड़ा सा नमक, तेल और पानी के साथ गूंधा जाता है। इस गुंथे आटे की छोटी गेंदों को एक ओवन में पकाया जाता है (आमतौर पर गाय के गोबर के केक, जिसे उपले या कंडे के रूप में भी जाना जाता है, आटे और बेसन के गुंथे आटे को पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है)। पकाने के बाद, बाटी को पिघले हुए देसी घी में डुबोया जाता जिससे उनके स्वाद में इज्फा होता है।
मीठे पकवान भी इसका एक हिस्सा होता हैं, मीठे में चूरमा का लड्डू बनाया जाता है, जिसे बाटी को मींड कर उसमे गुड़ और सूखे मेवे के साथ मिलाकर बनाया जाता है।